क्या भारत शेख हसीना को बांग्लादेश वापस भेज सकता है ऐसे में बात करे बांग्लादेश के एक नेता की जिन्होंने हल में कहा के पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत से प्रत्यपर्ण मांगने की प्रक्रिया जल्द शुरू की जायगी . लेकिन अगर वाकई बांग्लादेश ने प्रत्यपर्ण का अनुरोध किया तो ऐसे में भारत क्या करेगा
बांग्लादेश के अंतर्राष्टीय अपराध ट्रिब्यूनल के मुख्य प्रशिक्यूटर मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने 8 सितम्बर को ढाका में पत्रकारों को बताया की हसीना पर न सिर्फ नरसंहार का आरोप है ताजुल इस्लाम ने कहा की चुकी हसीना देश छोड़कर जा चुकी है इसलिए उन्हें वापस लाने की क़ानूनी प्रकिया को जल्द शुरू किया जाएगा .
उन्होंने दोनों देशो के बिच हुई प्रत्यर्पण संधि का जिक्र करते हुआ कहा बांग्लादेश और भारत के बिच अपराधियों के प्रत्यर्पण को लेकर संधि पर 2013 में हस्तक्छेर हुआ था जब हसीना ही सत्ता में थी चुकी हसीना को बांग्लादेश में हुआ नरसंघार का मुख्य आरोपी बनाया गया है हम क़ानूनी रूप से उन्हें बांग्लादेश वापस लाने की कोशिश करेंगे ताकि उनपर मुकदमा चलाया जा सके .
भारत को नहीं मिलेगा बांग्लादेश से मछली
अब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार हसीना के खिलाफ इन आरोपों से संबंधित मुकदमा चलना चाह रही है उनके इस्तीफे दे देने से पहले कई हफ्तों तक देश में जो आंदोलन चला उसमे सैकड़ो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई
मुख्य सलाहकार मोहमद यूनिस ने नेतृत्व में गठित अंतरिम सरकार पर काफी दबाव है की वह इन मौतों के सम्बन्ध में हसीना पर मुकदमा चलाए और उनके प्रत्यर्पण की मांग करे
संयुक्त राष्ट्र की एक प्राथमिक रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश के हालिया आंदोलन में काम से काम 610 लोग मारे गाए थे आशंका है की मृतकों की संख्या इस अनुमान से कही ज्यादा हो सकती है बांग्लादेश हसीना का डिप्लोमैटिक पासपोर्ट रद्द्द कर चूका है मुहम्मद युनीष भी उन्हें वापस लाने की बात कर चुके है
यूनुस ने हाल ही मे ही भारतीय समाचार एजेंसी [ पीटीआई ] से बातचीत में कहा की जब तक हसीना को मुक़दमे के लिए बांग्लादेश नहीं लाया जाता तब तक उन्हें चुप रहना चाहिए . यूनुस ने कहा था अगर भारत उन्हें तब तक रखना चाहता जब तक बांग्लादेश उन्हें वापस ना ले ले तो उसकी शर्त यह है की उन्हें चुप रहना होगा
क्या भारत हसीना को सौंप सकता है ?
बांग्लादेश ने प्रत्यपर्ण के लिए औपचारिकता रूप से भारत को अनुरोध भेजा है या नहीं इस बारे में अभी तक कोई सार्वजानिक जानकारी उपलब्ध नहीं है सबसे बड़ा सवाल यह है की अगर बांग्लादेश अनुरोध कर भी दे तो क्या भारत हसीना के प्रत्यपर्ण की इजाजत दे देगा हसीना की पृस्ठभूमि पर अगर नजर डाले तो भारत एक तरह से उनका दूसरा घर कहा जाता है
वह पहले भी भारत में शरण ले चुकी है 1975 में बांग्लादेश में उनके पिता शेख मुजीबुर रहमान और उनके परिवार के कई सदस्य की एक सैन्य तख्तापलट के दौरान हत्या कर दी गई थी
उस समय हसीना अपने पति बचो और बहन के साथ तत्कालीन पश्चिमी जर्मनी में थी वहा उन्हें भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी का भारत में राजनितिक शरण लेने का निमंत्रण मिला
निमंत्रण स्वीकार कर हसीना भारत आ गई और छह साल तक भारत में ही रही 1981 में उनके बांग्लादेश लौट जाने के बाद भी उनके बच्चे भारत में ही रहे और उनकी पढाई यही हुई अपने पुरे कार्यकाल के दौरान भी हसीना का भारत के प्रति काफी झुकाव रहा , ऐसे में बड़ा सवाल है की क्या भारत उन्हें बांग्लादेश वापस भेज देगा ?